गर्भावस्था में हर महिला को बेड रेस्ट की जरूरत नहीं होती, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में डॉक्टर इसे ज़रूरी मानते हैं। जैसे– अगर गर्भवती महिला को अत्यधिक ब्लीडिंग हो रही हो, हाई ब्लड प्रेशर (प्री-एक्लेम्पसिया), समय से पहले प्रसव (प्रीटर्म लेबर) का खतरा हो, प्लेसेंटा की स्थिति ठीक न हो (जैसे प्लेसेंटा प्रीविया), या फिर गर्भ में बच्चे की ग्रोथ धीमी हो रही हो, तो बेड रेस्ट की सलाह दी जाती है। इसका उद्देश्य माँ के शरीर पर दबाव को कम करना, रक्त प्रवाह को बेहतर बनाना और गर्भावस्था को सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ाना होता है। कुछ मामलों में यह पूरा बेड रेस्ट होता है, तो कुछ में सीमित गतिविधियों की अनुमति दी जाती है। इसलिए अगर डॉक्टर ने आपको बेड रेस्ट की सलाह दी है, तो उसे हल्के में न लें, यह माँ और शिशु दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है।