क्या आप जानते हैं? भारत में महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे आम कैंसर है

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सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा में कोशिकाओं का कैंसर होता है, जो समय पर पहचान और इलाज से पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। यह कैंसर मुख्य रूप से एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) संक्रमण के कारण होता है, जो एक सामान्य यौन संचारित संक्रमण है। यह कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम में मदद कर सकती हैं: * एचपीवी वैक्सीन: यह वैक्सीन 9 से 45 साल की उम्र की महिलाओं और लड़कियों को दी जा सकती है, और यह हानिकारक एचपीवी वायरस से बचाव करती है, जो सर्वाइकल कैंसर का कारण बन सकता है। * पैप स्मीयर परीक्षण: यह सरल और प्रभावी परीक्षण गर्भाशय ग्रीवा में असामान्य कोशिकाओं का पता लगाने में मदद करता है, जो कैंसर से पहले के चरणों में बदल सकती हैं। यह टेस्ट हर 3 साल में कराना चाहिए, या डॉक्टर की सलाह के अनुसार। * स्वस्थ जीवनशैली: सही आहार, नियमित व्यायाम, और तंबाकू व शराब से बचाव भी सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। * यौन सुरक्षा: सुरक्षित यौन संबंध और एक से ज्यादा पार्टनर से बचाव, एचपीवी के संक्रमण को कम कर सकता है। सर्वाइकल कैंसर की पहचान और उपचार में समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए, नियमित जांच और स्क्रीनिंग से आप इस कैंसर से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। #CervicalCancerAwareness #HPVPrevention #PapSmear #CancerPrevention #WomenHealth #WorldCancerDay